शनिवार, 25 फ़रवरी 2012
हमारी माताजी का संदेश

मेरे बच्चों, आज मैं तुम्हारी सारी प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद देती हूँ और तुमसे कहती हूँ: इस समय रक्त आँसुओं की माला (Rosary of Blood Tears) और भी अधिक पढ़ो, ताकि तुम्हें मेरे पुत्र यीशु के पवित्र हृदय से प्रचुर आशीर्वाद मिले और तुम पवित्रता के मार्ग पर चलने के लिए और भी अधिक दैवीय सहायता प्राप्त कर सको।
जितनी ज़्यादा प्रार्थना करोगे, उतना ही ज़्यादा मैं तुमसे प्यार करूंगी और तुम्हारे करीब रहूंगी।
जितना ज़्यादा दुख सहोगे, उतनी ही ज़्यादा मैं तुम्हारे करीब रहूंगी और तुम्हें अपने आंचल से ढक लूंगी।
मैं तुम्हारी माता हूँ और तुम्हारी शांति हूँ। हमेशा प्रार्थना के माध्यम से मेरे पास आओ और मैं तुम्हें अपनी शांति, अपना प्यार और अपना मातृत्वपूर्ण आराम दूंगी। प्रेम के साथ मेरी शांति की मैडल (Medal of Peace) और मेरी आँसुओं की मैडल (Medal of My Tears) लाना जारी रखो ताकि मैं हमेशा तुम्हें अपने आंचल से ढक सकूँ और तुम्हें पवित्रता की ओर ले चलूं। आज सभी को प्यार के साथ आशीर्वाद देती हूँ।"