शनिवार, 8 अगस्त 2015
शनिवार, ८ अगस्त २०१५
यीशु मसीह का संदेश जो दूरदर्शी Maureen Sweeney-Kyle को नॉर्थ रिजविले, यूसा में दिया गया था।

"मैं तुम्हारा यीशु हूँ, जिसने अवतार लिया है।"
“मोक्ष की ओर यात्रा सत्य की निरंतर खोज है। बहुत से लोग रास्ते भटक जाते हैं क्योंकि वे एक समझौता किए गए सत्य पर संतुष्ट हो जाते हैं - एक ऐसा सत्य जो उनके अपने एजेंडे के अनुकूल होता है।”
"सत्य की वास्तविकता जैसा कि यह मानव हृदय में गूंजता है, शांति का फल लाता है – एकता का – आनंद का। वह जो तुम्हारी शांति का विरोध करता है वह मुझसे नहीं है और किसी तरह असत्य में पोषित होता है।"
"आत्मा को हमेशा पवित्र प्रेम के उद्देश्य को अपने सामने रखना चाहिए। पवित्र प्रेम को विचारों, शब्दों और कर्मों के लिए एक प्रेरणा के रूप में लेकर, वह कभी भी सत्य से भटकना नहीं जाएगा।”
“सत्य तुम्हारे मोक्ष का पोषक तत्व है जैसे कि उर्वरक पौधे के लिए होता है। बिना पोषक तत्वों वाले पौधे मुरझा जाते हैं और मर जाते हैं। सत्य के बिना आत्माएँ मोक्ष तक नहीं पहुँच पातीं।"
"सभी भलाई का स्रोत सत्य को गले लगाता है। शाश्वत वर्तमान* सब कुछ सत्य है।”
* ६ फरवरी २००७ के संदेश देखें।