बुधवार, 9 फ़रवरी 2011
बुधवार, ९ फरवरी २०११
सेंट थॉमस एक्विनास का संदेश विज़नरी Maureen Sweeney-Kyle को नॉर्थ रिजविल में यूएसए से।

सेंट थॉमस एक्विनास कहते हैं: "यीशु की स्तुति हो।"
“कृपया समझो कि विश्वास कभी भी अकेले दिल में नहीं टिकता। बल्कि, विश्वास आस्था, आशा और प्रेम के संयुक्त गुणों का अच्छा फल है। ये गुण आत्मा में जितने गहरे होंगे, विश्वास का गुण उतना ही गहरा होगा।”
"जिस आत्मा को ईश्वर की दया स्वीकार करने में कठिनाई होती है उसे गहरी आस्था, आशा और प्रेम के लिए स्वर्ग से प्रार्थना करनी चाहिए; फिर विश्वास उसका अनुसरण करेगा और उसके दिल को ठंडी सर्दियों के दिन गर्मी की लहर की तरह भर देगा।"
“यह बात उस आत्मा पर भी लागू होती है जो ईश्वर के प्रावधानों पर संदेह करती है।”
"विश्वास आस्था, आशा और प्रेम का प्रतीक है, जैसे कि पवित्र प्रेम सभी आज्ञाओं का प्रतीक है।"