सोमवार, 12 अप्रैल 2010
सोमवार, १२ अप्रैल २०१०
सेंट पीटर का संदेश दूरदर्शी Maureen Sweeney-Kyle को North Ridgeville, USA में दिया गया।

(प्रलोभन)
सेंट पीटर कहते हैं: "यीशु की स्तुति हो।"
“मैं उन दो महान प्रलोभनों को इंगित करना चाहता हूँ जो अक्सर आत्मा से वर्तमान क्षण छीन लेते हैं। वे क्षमा न करना और अपराधबोध हैं। ये दोनों ही प्रलोभन आत्मा को अतीत में डुबो देते हैं। ये दोनों मानव हृदय और ईश्वर के हृदय के बीच बड़ी बाधाएँ बनाते हैं।"
“क्षमा न करने से दूसरे प्रति बुरी भावनाएं पैदा होती हैं जो गर्व की लपटों से भड़क उठती हैं। अपराधबोध अतीत में आत्मा द्वारा की गई त्रुटियों को क्षमा नहीं कर पाने वाला स्व-प्रेम है। दोनों ही गर्व से उत्पन्न होते हैं।"
“जब भी आपको क्षमा न करने का प्रलोभन महसूस हो, चाहे स्वयं का हो या किसी और का, फिर से Immaculata की ओर भाग जाएं यह कहकर, 'मेरी, विश्वास की रक्षक और पवित्र प्रेम के आश्रयस्थल, मेरी सहायता करो'।"
“शैतान भाग जाएगा!”