गुरुवार, 4 जनवरी 2007
गुरुवार, ४ जनवरी २००७
सेंट थॉमस एक्विनास का संदेश दूरदर्शी Maureen Sweeney-Kyle को North Ridgeville, USA में दिया गया।

सेंट थॉमस एक्विनास कहते हैं: "यीशु की स्तुति हो।"
“मेरे प्यारे दूत, मैं इसलिए आया हूँ ताकि तुम इस सत्य को दुनिया के साथ बांट सको। जो क्षण हाथ में है वह जीवन बदल देने वाला है। मैं यहाँ न केवल तुम्हारी सांसारिक ज़िंदगी बल्कि तुम्हारे अनन्त जीवन की भी बात कर रहा हूँ। यह सत्य सिर्फ़ इसी पल से जुड़ा नहीं है, बल्कि हर वर्तमान पल से जुड़ा हुआ है। ईश्वर की दिव्य इच्छा के साथ तुम्हारा सहयोग ही तुम्हारे वर्तमान और भविष्य का निर्धारण करता है।”
“एक बार फिर समझ लो कि ईश्वर की इच्छा कुछ ज़्यादा या कम नहीं, बस दिव्य दया और दिव्य प्रेम है। जैसे पिता तुम पर अपनी दया और प्रेम बढ़ाते हैं, वैसे ही तुम्हें भी दूसरों पर दया और प्रेम बढ़ाना चाहिए।"