नॉर्थ रिजविले, अमेरिका में मॉरीन स्वीनी-काइल को संदेश

 

बुधवार, 2 अगस्त 2006

बुधवार, २ अगस्त २००६

सेंट थॉमस एक्विनास का संदेश विज़नरी Maureen Sweeney-Kyle को नॉर्थ रिजविल में यूएसए से दिया गया।

 

सेंट थॉमस एक्विनास कहते हैं: "यीशु की स्तुति हो।"

“मैं तुम्हें समझने में मदद करने आया हूँ। आज के सुसमाचार में स्वर्ग का राज्य, दिव्य इच्छा के राज्य से एक है। जो कोई भी ईश्वर की दिव्य इच्छा के अनुरूप नहीं होता वह स्वर्ग के राज्य में प्रवेश नहीं करता है। यह पवित्र प्रेम की ज्वाला--हमारी माताजी के हृदय की ज्वाला--है जो शुद्ध करती है और हृदय को स्वर्गीय पिता की दिव्य इच्छा के अनुरूप बनाती है। यदि यह अवस्था इस दुनिया में प्राप्त नहीं होती है, तो पवित्र प्रेम की ज्वाला नरक तक पहुँचती है और वहाँ दैवीय शुद्धि होती है।"

“तो तुम देखते हो, स्वर्ग में हर कोई खुशी से संयुक्त हृदयों के चौथे कक्ष तक पहुँच गया है।”

आज का सुसमाचार - मैथ्यू १३:४४-४६

उत्पत्ति: ➥ HolyLove.org

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