मंगलवार, 1 अप्रैल 2003
धन्य संस्कार की आराधना में
यीशु मसीह का संदेश दूरदर्शी Maureen Sweeney-Kyle को North Ridgeville, USA में दिया गया

"धन्यवाद, यीशु, मुझे आज यहाँ आने देने के लिए।"
"मैं तुम्हारा यीशु हूँ, जो अवतार लेकर पैदा हुआ। मेरी बेटी, जब तुम मेरे दिल से उठने वाले जलते हुए प्यार के साथ यहां रहने की लालसा करती हो, तो यह अपने आप में उन लोगों से अधिक मूल्यवान है जो आते हैं लेकिन दुनिया की समस्याओं को उनके साथ लाते हैं। मैं हृदय की एकाकीता चाहता हूँ।"
"मैं तुम्हें छठा कक्ष समझाने आया हूँ। यह शाश्वत पिता का दिल है। यह हमारे संयुक्त दिलों के सभी अन्य कक्षों को गले लगाता है। इस कक्ष में भगवान का वादा--प्यार का एक नया अनुबंध है। जो आत्माएं छठे कक्ष में प्रवेश करती हैं, वे सर्वोच्च स्वर्ग तक पहुंच गए हैं। इस जीवन में यह उन लोगों के लिए आरक्षित है जिन्होंने पहले ही पवित्रता प्राप्त कर ली है। अनन्त जीवन में प्रेम के संत और शहीद जो पांचवें कक्ष तक पहुंचे थे, उच्चतम स्वर्ग में चले जाते हैं।"
"चूंकि मेरे पिता का हृदय हमारे संयुक्त दिलों के सभी कक्षों को गले लगाता है, इसलिए यह महसूस करें कि वह प्रत्येक आत्मा को इस सर्वोच्च स्वर्ग में विसर्जित होने के लिए बुलाते हैं। क्योंकि जो कोई विश्वास रखता है उसके लिए सब कुछ संभव है।"