"-मार्कोस, मैं देवदूत लाविनियल हूँ. प्रेम जो हम पवित्र देवदूत, भगवान् के, मनुष्यों के लिए रखते हैं उसे तुम्हारे नश्वर जीवन में अनुवादित नहीं किया जा सकता। स्वर्ग में तुम एक दिन प्रेम का सागर जानोगे जो हमेशा से तुम्हारा रहा है! यह तुमसे प्यार इतना महान है कि अगर यह सांसारिक आग होती तो पूरी दुनिया को कई-कई बार जला देती!
आत्मा जो खुद को हम तक समर्पित करती है और खुद को सिखाने देती है, हमारे प्रेम को उसकी सारी ऊंचाई और गहराई में जान लेगी।
शांति!"